Nasir Kazmi

Dil Dhadakne ka sabab

Dil Dhadakne ka Sabab Yaad Aaya – Ghazal

पंकज उधास जी द्वारा गाया गया एक और मेरा पसंदीदा गज़ल पेश करती हूँ। रात, तन्हाई, उनकी याद और यह ग़ज़ल – क्या बात है!! नासिर कसमीजी की ग़ज़ल के पहले जो “फैज़ अहमद फैज़” के रुबाई है वो इस ग़ज़ल को और भी हसीन बनाता है। रुबाई का मतलब Quatrain हैं, जो एक प्रकार…