Poems

थोड़ी दूर तुम साथ चलो

उम्रभर किसीको कोई साथ न देतातुम थोड़ी दूर तो साथ चलो lमंजिल और राहें दोनों अलग हैं मगर थोड़ी दूर…

3 years ago

सपने बुनते ही रहे है दिल

सपने बुनते ही रहे है दिल मेरे ज़िंदगी के हरेक पल। इससे क्या मिलने को रखा है, पर यह न…

3 years ago

टूटे सपने न दिखेंगे दुबारा

अँधेरे में फ़टके, न मिली चाँदनी का सहाराशायद नैया की डूबने पर ही मिलेगा किनारा। क्या भरा है ? क्या…

4 years ago

बुराई

अच्छाई की परदे में बुराई करता समाज बूरा लगे कल और कल के परेशानियों भरी आज बूरा लगे।  सावन के झूल्हे…

4 years ago

मौत और रस्में

है तो यह जीवन एक मिटती कहानी मौत से न कर सकोगे कोई बेईमानी। ख़ुशी के बचपन, सुख-दुःख भरी जवानी क्या पता, पचपन…

4 years ago

ज़माना लगे।

पल दो पल में आग लग जाएपर बुझाने के लिए ज़माना लगे।  बुझा भी दिया था तो क्या हुआज़ख्म भरने के…

4 years ago

मिट्टी की क्या मोल!

सब तुझ में ही जनम लेते हैखुदा हमें तुझसे ही बनाते हैंआखिर तेरे संग ही तो सबएक दिन विलीन हो…

4 years ago

बादल की आँसू

आसमान में उड़कर भी तो रो रही है अन्दर से दर्द पानी बनकर बह रही है बादल ! तुझे सब खुशकिस्मत समझे पर तू क्यों…

4 years ago

उलझन

रखा क्या अब है गाने को रास्ता कहाँ है ढूंढने को बेचैनियाँ , बेताबियाँ और- क्या दिल को है सताने को वादें , यादें , कसमें और…

4 years ago

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